Mere Pyare Guru Datar

मेरे प्यारे गुरु दातार, मंगता द्वारे खड़ा। मैं रहा पुकार पुकार, मैहर कर देखो जरा।।

मोहे दीजे भक्ति दान, काल दुःख बहुत दिया। मेरी तड़फ उठी हिये माहि, दरश को तरस रहा।।

बरसाओ घटा अपार, प्रेम रंग दीजे बहा। सुर्त भीगे अमी रस धार, तन मन होवे हरा।।

मेरा जीवन सुफल होई जाए, तुम गुण गाऊँ सदा। मैं नीच अधम नाकार, तुम्हारे द्वारे पड़ा।।

मेरी विनती सुनो धर प्यार, घट उमगाओ दया। स्वामी जी पिता हमार जल्दी पार किया।।

जयगुरुदेव स्वामी पिता हमार जल्दी पार करो। मेरे प्यारे गुरु दातार, मंगता द्वारे खड़ा।।